तब चंद्रमौलीश्वर भगवान् शिव ने पार्वती को ज्ञान विषयक एक प्रश्न किया किंतु माता समाधिस्थ होने के कारण भगवान् शंकर को समुद्र से उत्तर मिला। उत्तर सुन भगवान् शंकर चकित हुए। वातात्मजम् वानरयूथमुख्यम् श्रीरामदूतम् शरणम् प्रपद्ये॥ कुल पांच दिनों के लिए इन चरणों का पालन करने की अनुशंसा की https://connerwcdbz.blog2news.com/27251845/shabar-mantra-fundamentals-explained