त्राहि त्राहि मैं नाथ पुकारो। यहि अवसर मोहि आन उबारो॥ एक कमल प्रभु राखेउ जोई। कमल नयन पूजन चहं सोई॥ भूत पिसाच निकट नहिं आवै। महाबीर जब नाम सुनावै।। Because of this everytime you obtain an item on Amazon from the hyperlink on here, we get a small percentage of https://shivchalisas.com