भावार्थ – हे हनुमान जी ! यदि कोई मन, कर्म और वाणीद्वारा आपका (सच्चे हृदय से) ध्यान करे तो निश्चय ही आप उसे सारे संकटों से छुटकारा दिला देते हैं। Having said that, when Hanuman was traveling earlier mentioned the seas to head to Lanka, a fall of his sweat https://nealel285nml0.iamthewiki.com/user