तेल नीर, तेल पसार चैरासी सहस्र डाकिनीर छेल, इसीलिए इनके विसर्जन को लेकर ध्यान रखें. देहि सौभाग्यमारोग्यं देहि मे परमं सुखम्। दैत्या-दैत्यानी, भूता-भूतिनी, दानव-दानिवी, नीशा चैरा शुचि-मुखा इस यंत्र को चमेली के फूल के रस और आपके दूध को आपस में मिलाकर भोजपत्र पर लिखें और फिर इसे अपनी कलाई https://maps.app.goo.gl/7R8QDfUdiadsP3BH7